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सेहत संबंधी कई पल्प किताबें ये भी बताती हैं कि कितनी बार सेक्स करना चाहिए. कुछ ये भी कहती हैं कि दिन में एक से ज्यादा बार अंतरंग होना पुरुषों में कमजोरी लाता है. इन सारी बातों का कोई आधार नहीं है. साथी के साथ भावनात्मक घनिष्ठता महसूस करते हैं, तभी आमतौर पर शारीरिक तौर पर भी करीब आते हैं. इसमें गिनती जैसी कोई बात कहां आती है! हालांकि हर एक की शारीरिक क्षमता अलग-अलग होती है. कई बार रिश्ते में अंतरंग होने के साथ ही दूरियां आने लगती हैं, इसके पीछे सेक्सुअली कंपेटिबल न होना बड़ी वजह होती है.
सेक्स जरूरत है लेकिन इसके लिए साथी को बाध्य नहीं किया जाना चाहिए. सेक्स में ऑर्गेज़्म तक पहुंचते हैं तो दिन में एक बार बनाया गया संबंध भी चरम सुख देता है. अगर आप दोबारा संबंध बनाने की इच्छा रखते हैं और साथी अनमना है तो उससे जबर्दस्ती न करें. फोरप्ले से भी वही आनंद लिया जा सकता है. साथी और आपकी रजामंदी है तो दिन में चाहे जितनी बार संबंध बना सकते हैं. लेकिन मैं दोहराना चाहूंगा कि एक बार तसल्ली से और पूरे मन से बनाया हुआ संबंध आपको जितना सुख दे सकता है, उतनी नंबर की कोई प्रतियोगिता नहीं.
शारीरिक संबंध कई बार संतान की चाह में भी बनाया जाता है. इसके लिए फर्टाइल वक्त का ध्यान रखना जरूरी है: हर महिला का मासिक धर्म खत्म होने से 18 दिन के बीच फर्टाइल पीरियड होता है. यानी इस दौरान गर्भधारण की संभावना और वक्त से ज्यादा होती है. हालांकि जरूरी नहीं कि ये एक दिन या एक महीने में हो जाए, कई बार संतान की चाह में सालों प्रयास के बाद भी नाकामी मिलती है. इसके लिए किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
यदि आप ही है स्लीप सेक्स का शिकार तो आज ही जानें इसका इलाज़