
बहुत अधिक मैथुन करने, असमय मैथुन करने, खट्टे, कड़वे, रूखे, कसैले, खारे एवं चटपटे पदार्थ खाने, मानसिक तनाव रखने तथा अप्राकृतिक साधनों से वीर्य त्यागने पर ही व्यक्ति में नपुंसकता उत्पन्न होती है. इसे दूर भागने के लिए यह उपाय अपनाए.
1. दो चम्मच भैंस का घी प्रतिदिन काली मूसली के साथ खाएं.
2. सुबह के नाश्ते में दो छुहारे और थोड़ी-सी किशमिश दूध के साथ लें.
3. आम की थोड़ी-सी मंजरी को सुखाकर चूर्ण बना लें.
4. 3 ग्राम चूर्ण रात के सोते समय आधा किलो दूध के साथ सेवन करें.
5. 100 ग्राम मूली के बीज महीन पीसकर चूर्ण बना लें. इसमें से 5 ग्राम चूर्ण मक्खन या मलाई के साथ सुबह-शाम खाएं.
6. सेंधा नमक एक चुटकी, कबूतर की बीट 5 ग्राम तथा शहद दो चम्मच - तीनों को मिलाकर सेवन करने से शिश्न में उत्थान आने लगता है.
7. प्रतिदिन गाजर का अर्क एक कम की मात्रा में कुछ दिनों तक पिएं.