
एक दस्तावेज में बताया गया है कि ऑनलाइन पोर्नोग्रफी को बंद किया जाना चाहिए. इसमें तर्क दिया गया है कि ऑनलाइन पोर्नोग्रफी के कारण युवा एनल सेक्स के लिए प्रेरित हो रहे हैं. रिसर्च में बताया गया है कि इसमें महिलाओं को आनंद नहीं आता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि युवाओं में sex की जो फितरत है वह चिंताजनक है. कहा जा रहा है कि ऐसे लोगों के लिए sex एजुकेशन बेहद जरूरी है.
25 साल से कम उम्र के लोगों के लिए सेक्शुअल हेल्थ चैरिटी पर काम करने वाली संस्था ब्रूक का कहना है कि सालों से sex और रिलेशनशिप एजुकेशन देने की प्रक्रिया नाकाफी रही है. ब्रूक सर्विस संयोजक अलेक्स वाइट ने कहा कि हमें इस पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘युवाओं के पास कोई टूल नहीं है जिससे पता चले कि उन्हें अपनी डिजायर के बारे में कैसे बात करनी है. उन्हें पता होना चाहिए कि मिथ और हकीकत में क्या फर्क है. उनमें से जेंडर और sex पर स्टीरियोटाइप सोच खत्म करनी होगी.
यूसीएल सेंटर फोर सेक्शुअल हेल्थ ऐंड एचआईवी रिसर्च में डॉ केथ मर्सर का कहना है कि युवा एनल सेक्स कर रहे हैं यह प्रमुख मुद्दा नहीं है बल्कि यंग महिलाओं को इसके लिए मजबूर किया जा रहा है यह असली चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि एनल सेक्स करना कोई समस्या नहीं है लेकिन यह सहमति से होना चाहिए। यदि दोनों की इच्छा है और इसे इंजॉय करते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है.