
तकनीकि ने हमे एक दूसरे के इतना करीब ला दिया है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है. एख दूसरे से मिलने से ज्यादा टेक्ट्स, वॉयस मेसेज आदि ने ले लिया है. हमे दूसरे के साथ वक्त बिताना जरूरी ही नहीं लगता है. हम एक दूसरे को इतनी जल्दी इतना जान जाते है कि बात करने के लिए कुछ बचा ही नहीं होता है. हमें कमिटमेंट फोबिया है.
जरा सी मुश्किल दिखने पर हम कभी ना सेटेल होने का सोचने लगे है. हमे किसी की साथ बोझ लगने लगता है. बाकियों से अलग दिखने की चाह में रिश्तों ये भागना आसान लगता है. शादी या कमिटमेंट आज की जेनरेशन के लिए ओल्ड फैशन हो गया है.
सेक्स करना खुद को मॉर्डन साबित करने के अलावा और कुछ नहीं रह गया है. प्यार और सेक्स को एक दूसरे से जोड़ना हम गलत मानते है. हम पहले सेक्स फिर ये सोचते है कि हमे उससे प्यार हो सकता है या नहीं. सेक्स आराम से किया जा सकता है लेकिन भरोसा और विश्वास इतनी आसानी से नहीं होता है. सेक्स आप किसी से प्यार के लिए बल्कि अपनी उत्सुकता को मिटाने के लिए करते है. रिलेशनशिप भी अब कई तरह की हो गई है, जैसे ओपन रिलेशनशिप, फ्लिंग रिलेशनशिप, फ्रेंड्स विड बेनिफिट आदि.