
जड़ी-बूटी की श्रेणी में आने वाला यार्सागुम्बा शारीरिक शक्ति के साथ-साथ योन शक्ति को भी बढ़ाता है. यह एक प्रकार का कीड़ा है, जो हिमालय की ऊंचाइयों में पाया जाता है. इसका उपयोग करना भारत में प्रतिबंधित है, किन्तु जहा यह मिलता है वहा इसकी कीमत 60 लाख रूपये प्रति किलोग्राम है.
यार्सागुम्बा एक प्रकार का मृत कीड़ा है जो शारीरिक बीमारियो को दूर करने के साथ सांस और गुर्दे की बीमारी में भी उपयोगी है. इसी के साथ यह बुढ़ापे को भी बढ़ने से रोकता है तथा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. यह सेक्स पावर को बढाने के लिए भी बहुत उपयोगी है, हिमालयी वियाग्रा यार्सागुम्बा दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, जबकि अंग्रेजी वियाग्रा से हृदय कमजोर होता है. यह भारत में दुर्लभ प्रजाति है. सिर्फ तिब्बत और हिमालय के कुछ क्षेत्र को छोड़कर और कही नही मिलती है. यार्सागुम्बा नेपाल के भी कुछ इलाको में पायी जाती है.
यह कीड़ा भूरे रंग का होता है जिसकी लम्बाई लगभग 2 इंच होती है. यह कीड़ा यहां उगने वाले कुछ खास किस्म के पौधों पर ही पैदा होते हैं. इस कीड़े का जीवन काल लगभग छह महीने का होता है. सर्दियों में इन पौधों से निकलने वाले रस के साथ ही यह पैदा होते हैं. मई-जून में यह कीड़े अपना जीवन चक्र पूरा कर लेते हैं और मर जाते हैं। मरने के बाद यह कीड़े पहाड़ियों में घास और पौधों के बीच बिखर जाते है.
यार्सागुम्बा भारत में प्रतिबंधित है. नेपाल में भी इस पर प्रतिबन्ध लगाया गया था, किन्तु 2001 के बाद वहा की सरकार ने इस पर से प्रतिबन्ध हटा लिया था. इसकी कीमत 60 लाख रूपये प्रति किलोग्राम है.