
ट्रेनों के भीतर और रेलवे लाइनों के इर्द-गिर्द अक्सर ऐसे विज्ञापन दिखते हैं, जिनमें 'बचपन की गलतियों' से पैदा हुई कमजोरी दूर करने के दावे किए जाते हैं. मेडिकल साइंस के मुताबिक, हस्तमैथुन से शारीरिक तौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. नुकसान केवल तब हो सकता है, जब कोई यह धारणा बना बैठे कि उसे हस्तमैथुन से नुकसान हो रहा है.
दरअसल, नुकसान केवल गलतफहमी पालने से होता है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि अति तो हर चीज की बुरी होती है. यह बात यहां भी सटीक बैठती है. इसलिए अपनी लिमिट को समझते हुए ही हस्तमैथुन करना चाहिए.
कई शोधों से तो इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जो लोग रोजाना हस्तमैथुन करते है उन्हें आगे चलकर प्रोस्टेट कैंसर होने की सम्भावना भी ना के बराबर हो जाती है. इसलिए कही सुनी बातों पर विश्वास ना करे और दिल खोल के हस्तमैथुन का मजा ले.